Samandar Shayari |
Samandar Shayari In Hindi के पोस्ट में आपको पढ़ने को मिलेगा Samandar Shayari Hindi, Samandar Status In Hindi images के बेजोड़ कलेक्शन को, जिसे पढ़कर आप इस पोस्ट के और भी दीवाने हो जायेंगे.
आज का यह पोस्ट ख़ास नजारों पर बनाया गया है जहा आपको मिलेगा बनारस पर बने शायरियों के ढेरो कलेक्शन जहा आप चेहरे पर बने शेरो-शायरियों को पढेंगे और अपने दोस्त के साथ शेरो शायरियों जरूर शेयर करेंगे.
Samandar Shayari In Hindi
[ 1 ]
गिरते हैं समुंदर में बड़े शौक़ से दरिया.
लेकिन किसी दरिया में समुंदर नहीं गिरता...!! क़तील शिफ़ाई
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[ 2 ]
बहता छोड़ दिया है खुद को तेरे इश्क़ के समंदर में,
अब तेरी मर्ज़ी हाथ थाम या डुबो दे मुझको...!!
[ 3 ]
कतरा होने की शोहरत कोई मुझसे पूछे,
मैंने अपने लिये समुंदर को परेशान देखा है...!!
[ 4 ]
उन आँसुओं का समंदर है मेरी आँखों में,
जिन आँसुओं में है ठहराव भी, रवानी भी...!!
समंदर की तरह पहचान है हमारी,
उपर से खामोश अंदर से तुफान...!!
[ 6 ]
किसी की मस्त निगाहों में डूब जा गालिब,
बहुत ही हंसी समन्दर है खुदकुशी के लिए.
[ 7 ]
सुकून अपने दिल का मैंने खो दिया,
खुद को तन्हाई के समंदर में डुबो दिया...!!
[ 8 ]
अगर है गहराई तो चल डुबा दे मुझ को,
समंदर नाकाम रहा अब तेरी आँखो की बारी है...!!
[ 9 ]
लगी है प्यास तो चलो रेत निचोड़ी जाए,
अपने हिस्से में कोई समंदर नहीं आने वाला...!!
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[ 10 ]
बुझी न प्यास तो यूँ ख़त्म ज़िंदगी कर ली,
नदी ने जा के समंदर में ख़ुदकशी कर ली...!!
बे-इरादा टकरा गए थे लेहरों से हम,
समन्दर ने कसम खा ली हमे डुबोने की...!!
[ 12 ]
ना जाने कौन मेरे हक़ में दुआ पढता है,
डूबता भी हूँ तो समंदर उछाल देता है...!!
[ 14 ]
समंदर ने कहा मुझको बचा लो डूबने से,
मैं किनारे पे समन्दर लगा के आया हूँ...!!
[ 15 ]
कौन कहता है कि मौत आई तो मर जाऊँगा,
मैं तो दरिया हूँ समुंदर में उतर जाऊँगा...!! अहमद नदीम क़ासमी
[ 16 ]
दोस्तों, आज समंदर को बड़ा गुमान आया है,
उधर ही ले चलेंगे किश्ती जिधर तूफान आया है...!!
कुछ ख्वाहिशें चल पड़ी है कुछ चलने वाली है,
लगता है आज फिर समंदर में लहरें आने वाली है...!! तुषार कान्त
[ 18 ]
मिजाज में थोड़ी सख्ती लाज़मी है साहब,
लोग पी जाते समंदर अगर खारा न होता...!! पियूष सिंह
[ 19 ]
वो इक कतरा इश्क था, वो अब बढ़कर समंदर है,
आँखों से बह नहीं पाता, चुभन बन कर जो अंदर है...!!
[ 20 ]
ये दरिया है इश्क का इसमें किनारा नहीं पाओगे,
गहराई रखता है समंदर सी इसमें जीना भूल जाओगे...!!
[ 21 ]
पत्थरों पे सर पटकने के सिवा क्या मिलता,
एक समंदर को बिलखने से भला क्या मिलता...!!
[ 22 ]
तेरी यादों की कश्ती उस समंदर में तैरती है,
जहाँ पानी सिर्फ़ और सिर्फ मेरे पलकों का होता है...!!
[ 22 ]
जिंदगी की हर तपिश को मुस्कुरा कर झेलो,
धूप कितनी भी हो समंदर सूखा नहीं करते...!!
[ 23 ]
इश्क़ हमारा किनारे तक पहुँच जाता,
अगर जिंदगी के समंदर में बेवफाई का तूफ़ान न आता.
समंदर मत बनो जिसे हर कोई देखकर डरता है,
वो नदी बनो जिससे हर प्यासा पानी भरता है...!!
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[ 25 ]
कितने ही लोग प्यास की शिद्दत से मर चुके,
मैं सोचता रहा के समंदर कहाँ गये...!! राहत इंदौरी
[ 26 ]
सब हवाएं ले गया मेरे समंदर की कोई,
और मुझ को एक कश्ती बादबानी दे गया...!!
[ 27 ]
समंदर ने कहा मुझको बचा लो डूबने से,
मैं किनारे पे समन्दर लगा के आया हूँ...!!
[ 28 ]
क़दम दर क़दम ज़िन्दगी,दौरे इम्तिहान है,
कहीं सहरा कहीं समन्दर,कहीं गर्दिशे अय्याम है...!!
[ 29 ]
कह देना समन्दर से हम ओस के मोती हैं,
दरिया की तरह तुम से मिलने नहीं आएंगे...!!
[ 30 ]
कितने तूफ़ान दिल में समेटे खड़ा हूँ मैं,
डर हैं लेहरों में उतरा तो समन्दर ना दहल जाए...!!
बहते दरिया में बे सूद है गौहर की तलाश,
अब सदफ दिल के समंदर में उतारे जायें...!!
[ 32 ]
ऐ ख़ुदा रेत के सहरा को समंदर कर दे,
या छलकती हुई आँखों को भी पत्थर कर दे...!!
[ 32 ]
दोस्त अहबाब से लेने न सहारे जाना,
दिल जो घबराए समुंदर के किनारे जाना...!! अब्दुल अहद साज़
[ 33 ]
मैं खोलता हूँ सदफ़ मोतियों के चक्कर में,
मगर यहाँ भी समन्दर निकलने लगते हैं...!!
[ 34 ]
क़दम दर क़दम ज़िन्दगी, दौरे इम्तिहान है,
कहीं सहरा कहीं समन्दर,कहीं गर्दिशे अय्याम है...!!
[ 35 ]
मैंने समय से रोक के तेरा पता पुछा है,
नीली नदी से कह के सागर तले ढूंढा है... गुलज़ार
[ 36 ]
सुना है आज समंदर को बड़ा गुमान आया है,
उधर ही ले चलो कश्ती जहां तूफान आया है...!!
खुद को मनवाने का मुझको भी हुनर आता है,
मैं वह कतरा हूं समंदर मेरे घर आता है...!!
[ 38 ]
ज़रा सा क़तरा कहीं आज अगर उभरता है,
समुंदरों ही के लहजे में बात करता है...!!
[ 39 ]
मैंने समुन्दर से सीखा है जीने का सलीका,
चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना...!!
[ 40 ]
अधूरी रहें इश्क की दास्तानँ, वहीं चाहत कहलाती है,
समंदर से मिलनें के बाद तो, नदी भी समंदर कहलाती है...!!
[ 41 ]
मैं दरिया भी किसी गैर के हाथों से न लूं,
एक कतरा भी समन्दर है अगर तू देदे...!!
[ 42 ]
ये समुंदर जैसा दिल है मेरे भाई,तुम लाख बुराई करो मेरी,
मैंने ना कल बुरा माना था ना कल बुरा मानूँगा...!!
[ 42 ]
समंदर बेबसी अपनी किसी से कह नहीं सकता,
हजारों मील तक फैला है, फिर भी बह नहीं सकता...!!
एक दिल है कि जो प्यासा है समंदर की तरह,
दो निगाहें जो घटाओं के सिवा कुछ भी नहीं...!!
[ 44 ]
जब रूह में उतर जाता हैं बेपनाह इश्क का समंदर,
लोग जिंदा तो होते हैं मगर किसी और के अंदर...!!
[ 45 ]
इक मैं हूँ कि लहरों की तरह चैन नहीं है,
इक वो है कि ख़ामोश समुंदर की तरह है...!!
[ 46 ]
जब चल पड़े सफ़र को तो फिर हौंसला रखो,
सहरा कहीं, कहीं पे समंदर भी आएंगे...!!
[ 47 ]
ऐ समन्दर मैं तुझसे वाकिफ हूँ मगर इतना बताता हूँ,
वो आंखें तुझसे ज्यादा गहरी हैं जिनका मैं आशिक हूं...!!
[ 48 ]
डूबना है तो समुद्र में जाके डुबो किनारे पर क्या रखा है,
प्यार करना है तो बाहो में आके करो किनारे पर क्या रखा है...!!
तेरी आँखों में काजल, इक लकीर सी बनाता है,
समंदर पर, ये नक्काशी अच्छी लगती है...!!
[ 50 ]
इलाही कश्ती-ए-दिल बह रही है किस समंदर में,
निकल आती हैं मौजें हम जिसे साहिल समझते हैं...!! असर सहबाई
Final Word :-
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